मुंगेली। जिले के लोरमी विकासखंड अंतर्गत ग्राम चिल्फी में अन्नपूर्णा मुहिम ने एक असहाय परिवार के जीवन में उम्मीद की नई किरण जगाई है। संत रामपाल जी महाराज के मार्गदर्शन में संचालित इस सेवा अभियान के तहत 13 दिसंबर 2025 को ग्राम चिल्फी निवासी धनलाल भास्कर को पहली बार राहत सामग्री एवं आवश्यक घरेलू उपयोग की वस्तुएं प्रदान की गईं। वर्षों से अभाव, बीमारी और आर्थिक संकट से जूझ रहे परिवार के लिए यह सहायता किसी संबल से कम नहीं रही।
धनलाल भास्कर (43 वर्ष) पिछले लगभग एक वर्ष से ब्लड इंफेक्शन और टाइफाइड जैसी गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं। लगातार बीमारी के चलते न तो वे समुचित इलाज करा पा रहे हैं और न ही मजदूरी या अन्य कोई कार्य करने में सक्षम हैं। करीब छह वर्ष पूर्व उनकी पत्नी का निधन हो चुका है, जिसके बाद से परिवार की पूरी जिम्मेदारी अकेले उन्हीं पर आ गई। वर्तमान में बीमारी और बेरोजगारी ने परिवार की हालत बेहद दयनीय बना दी है।
परिवार में चार नाबालिग बच्चे हैं, जो सभी शासकीय विद्यालयों में पढ़ाई कर रहे हैं। घर में आय का कोई भी स्थायी स्रोत नहीं है। न तो परिवार को किसी प्रकार की पेंशन या सामाजिक सहायता मिल रही है और न ही उनके पास जमीन, पशुधन या बैंक में कोई जमा राशि है। राशन कार्ड से प्रतिमाह मिलने वाला 35 किलोग्राम चावल भी पूरे महीने के लिए पर्याप्त नहीं हो पाता, जिससे परिवार को भोजन तक के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।
ऐसी विषम परिस्थिति में अन्नपूर्णा मुहिम के माध्यम से परिवार को बड़ी राहत मिली। सेवा कार्य के तहत चावल, आटा, दालें, तेल, चीनी, मसाले, आलू-प्याज सहित दैनिक उपयोग की खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई गई। इसके साथ ही बच्चों के लिए वस्त्र, कंबल, बेडशीट और घरेलू उपयोग की स्टील सामग्री भी प्रदान की गई, जिससे परिवार की तत्काल जरूरतें पूरी हो सकें।
राहत सामग्री पाकर भावुक हुए धनलाल भास्कर ने कहा कि इस सहायता से उनके परिवार को नया सहारा मिला है। वहीं ग्रामीणों ने भी इस सेवा कार्य की सराहना करते हुए कहा कि अन्नपूर्णा मुहिम जरूरतमंद परिवारों के लिए लगातार मदद का माध्यम बन रही है।
ग्रामीणों का कहना है कि इस प्रकार की सेवाएं न केवल भूखे परिवारों को राहत देती हैं, बल्कि समाज में मानवता और सहयोग की भावना को भी मजबूत करती हैं। अन्नपूर्णा मुहिम के माध्यम से जरूरतमंदों तक सहायता पहुंचाकर यह संदेश दिया जा रहा है कि संकट की घड़ी में समाज उनके साथ खड़ा है






